क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी गाड़ी की वह शानदार मॉडिफिकेशन, जो आपको इतना आकर्षक लगती है, कहीं कानून के खिलाफ तो नहीं? एक युवा, अपने प्यारे कार के चमकते एलॉय व्हील्स और ज़ोरदार एक्सॉस्ट से प्रभावित, उसके मॉडिफिकेशन के लिए परेशानियों से बचने का तरीका ढूँढ़ रहा था। या शायद आपने किसी दोस्त को अपनी कार की मॉडिफिकेशन के चलते जुर्माना भरते देखा हो? यह विषय, कार मॉडिफिकेशन की वैधता, बहुत ही ज़रूरी है क्योंकि यह हर किसी को अपनी गाड़ी को ज़्यादा आकर्षक बनाने और अपने अनूठे व्यक्तित्व को दर्शाता है, लेकिन कामचलाऊ तरीके से यह भ्रामक भी हो सकता है। आज हम इसी महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करेंगे। यह समझना बहुत ज़रूरी है कि आपकी कार को कैसे और किन सीमाओं के अंदर संशोधित किया जा सकता है ताकि आप सुरक्षित रूप से कानून के दायरे में रहते हुए अपने गाड़ी की उपस्थिति और प्रदर्शन को बेहतर बना सकें।
कार मॉडिफिकेशन क्या है और इसका कानूनी पहलू क्या कहता है?
क्या है? कार मॉडिफिकेशन का मतलब है कि आप अपनी कार के मूल डिजाइन और स्पेसिफिकेशन्स में बदलाव करते हैं। यह बदलाव सौंदर्यगत (जैसे एलॉय व्हील्स, बॉडी किट, पेंट) या तकनीकी (जैसे इंजन ट्यूनिंग, सस्पेंशन अपग्रेड, ब्रेक मॉडिफिकेशन) हो सकते हैं। आप अपनी कार के बाहरी हिस्सों को आकर्षक बनाने से लेकर इंजन या अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों में बदलाव कर सकते हैं। कुछ लोग सिर्फ अपनी कार को अलग दिखाना चाहते हैं, जबकि कुछ इसका प्रदर्शन (performance) बढ़ाना चाहते हैं।
कानूनी पहलू: भारत में, कार मॉडिफिकेशन के लिए स्पष्ट नियम हैं। माननीय सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) ने 2019 में एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया था, जिसमें कहा गया था कि गाड़ी के मूल स्पेसिफिकेशन्स में कोई भी बदलाव जो रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) में दर्ज हैं, अवैध है, जब तक कि उसे परिवहन प्राधिकरण (RTO) से अनुमोदित न कराया गया हो। मोटर वाहन अधिनियम, 1988 (Motor Vehicles Act, 1988) और इसके तहत बनाए गए नियम इन मॉडिफिकेशन को नियंत्रित करते हैं। इसका सीधा मतलब है कि आप अपनी मर्जी से गाड़ी में बड़े बदलाव नहीं कर सकते।
सरल शब्दों में कहें तो, आप अपनी कार की बनावट या इंजन में कोई ऐसा बदलाव नहीं कर सकते जो रजिस्ट्रेशन के समय उसके मूल डिजाइन का हिस्सा नहीं था, जब तक कि RTO उसे मंजूरी न दे। उदाहरण के लिए, चेसिस (chassis) नंबर या इंजन नंबर को बदलना या उसकी संरचना में कोई बदलाव करना पूरी तरह से अवैध है।
कौन से मॉडिफिकेशन कानूनी हैं और कौन से अवैध?
यह सबसे ज़्यादा पूछे जाने वाला सवाल है। लोगों को अक्सर यह जानने में भ्रम होता है कि वे अपनी कार में क्या बदलाव कर सकते हैं बिना कानून तोड़े। चलिए इसे विस्तार से समझते हैं:
कानूनी (या आमतौर पर स्वीकृत) मॉडिफिकेशन:
- पेंट या रैप (Paint or Wrap): आप अपनी कार का रंग बदल सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको अपने क्षेत्र के RTO को सूचित करना होगा और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) में इसे अपडेट करवाना होगा। अगर आप सिर्फ एक अस्थायी रैप (wrap) लगवाते हैं और मूल पेंट बरकरार है, तो आमतौर पर RC अपडेट की ज़रूरत नहीं होती, जब तक रंग पूरी तरह से न बदल जाए।
- एलॉय व्हील्स और टायर (Alloy Wheels and Tyres): आप एलॉय व्हील्स लगवा सकते हैं, बशर्ते उनका साइज़ (size) कार निर्माता द्वारा सुझाए गए साइज़ या उससे अनुमत सीमा के भीतर हो। टायर का साइज़ भी मूल स्पेसिफिकेशन्स के अनुरूप होना चाहिए। बहुत बड़े या छोटे व्हील्स/टायर लगाना अवैध हो सकता है क्योंकि यह गाड़ी की हैंडलिंग और सुरक्षा को प्रभावित कर सकता है।
- इंटीरियर मॉडिफिकेशन (Interior Modifications): सीट कवर, स्टीयरिंग व्हील कवर, फ्लोर मैट, इन्फोटेनमेंट सिस्टम अपग्रेड आदि जैसे आंतरिक बदलाव आमतौर पर कानूनी होते हैं क्योंकि ये कार की संरचना या प्रदर्शन को सीधे प्रभावित नहीं करते। हालांकि, सुरक्षा फीचर्स (जैसे एयरबैग) के कामकाज में बाधा डालने वाला कोई भी बदलाव अवैध हो सकता है।
- छोटे बाहरी एक्सेसरीज़ (Minor Exterior Accessories): रूफ रेल (यदि गाड़ी में पहले से प्रावधान हो), रेन वाइज़र, बंपर गार्ड (कुछ शर्तों के साथ) जैसे छोटे बाहरी एक्सेसरीज़ आमतौर पर अनुमत होते हैं, बशर्ते वे अन्य वाहनों के लिए खतरनाक न हों या सुरक्षा नियमों का उल्लंघन न करें।
- हेडलाइट्स/टेललाइट्स अपग्रेड (Headlights/Taillights Upgrade): आप बेहतर बल्ब (जैसे LED या प्रोजेक्टर) लगवा सकते हैं, लेकिन सुनिश्चित करें कि उनकी चमक (intensity) और पैटर्न निर्धारित मानदंडों के भीतर हो और वे सामने से आ रहे ड्राइवरों की आँखों में सीधे न पड़ें। बहुत ज़्यादा चमकीली या गलत तरीके से लगाई गई लाइट्स अवैध हैं।
अवैध (या आमतौर पर मना किए गए) मॉडिफिकेशन:
- संरचनात्मक बदलाव (Structural Changes): गाड़ी की चेसिस, फ्रेम या बॉडी में किसी भी तरह का बड़ा बदलाव, जैसे कि कन्वर्टिबल बनाना, बॉडी स्टाइल बदलना, या पिलर हटाना, पूरी तरह से अवैध है। ये बदलाव गाड़ी की मूल सुरक्षा रेटिंग और संरचना को कमजोर कर सकते हैं।
- इंजन मॉडिफिकेशन और स्वैप (Engine Modifications and Swaps): इंजन के मूल स्पेसिफिकेशन्स में बदलाव करना या इंजन को पूरी तरह से किसी दूसरे इंजन से बदलना (इंजन स्वैप) आमतौर पर अवैध है, जब तक कि इसे RTO से विशेष अनुमति और परीक्षण के बाद अनुमोदित न कराया जाए। परफॉरमेंस बढ़ाने के लिए ECU ट्यूनिंग (ECU Tuning) भी अक्सर ग्रे एरिया (grey area) में आती है, खासकर अगर यह उत्सर्जन मानकों (emission norms) या शोर सीमा (noise limits) को प्रभावित करे।
- ज़्यादा ज़ोरदार एक्सॉस्ट सिस्टम (Loud Exhaust Systems): मूल एक्सॉस्ट (exhaust) सिस्टम को बदलना जिससे बहुत ज़्यादा शोर उत्पन्न हो, मोटर वाहन अधिनियम के तहत अवैध है। गाड़ियों के लिए ध्वनि प्रदूषण (noise pollution) की एक निर्धारित सीमा होती है, जिसका पालन करना अनिवार्य है।
- टिंटेड विंडोज (Tinted Windows): गाड़ियों की खिड़कियों पर निर्धारित सीमा से ज़्यादा काली फिल्म लगाना अवैध है। दृश्यता (visibility) सुनिश्चित करने के लिए सामने की विंडशील्ड के लिए 70% और साइड विंडोज के लिए 50% दृश्य प्रकाश पारेषण (Visual Light Transmission – VLT) की अनुमति है।
- प्रेशर हॉर्न (Pressure Horns): वाहनों में प्रेशर हॉर्न लगाना अवैध है क्योंकि इनसे बहुत ज़्यादा शोर होता है और ये ध्वनि प्रदूषण फैलाते हैं।
- सुरक्षा फीचर्स को हटाना (Removal of Safety Features): एयरबैग, एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) जैसे मूल सुरक्षा उपकरणों को हटाना या निष्क्रिय करना पूरी तरह से अवैध और अत्यंत खतरनाक है।
- अत्यधिक लाइटिंग (Excessive Lighting): गाड़ी पर बहुत ज़्यादा अतिरिक्त लाइट्स लगाना, जैसे रूफ पर LED बार्स या अंडरग्लोज लाइट्स, अक्सर अवैध होता है, खासकर अगर ये सड़क पर अन्य ड्राइवरों के लिए परेशानी पैदा करें।
फायदे और चुनौतियां
कार मॉडिफिकेशन के अपने फायदे और नुकसान हैं। आइए उन्हें विस्तार से देखें:
- फायदे: व्यक्तिगत शैली (Personal Style): आप अपनी कार को अपने व्यक्तित्व के अनुरूप बना सकते हैं। चाहे वह एक अनोखा पेंट हो, कस्टम बॉडी किट हो, या खास व्हील्स, मॉडिफिकेशन आपको भीड़ से अलग दिखने में मदद करता है।
- फायदे: बेहतर दिखावट (Improved Aesthetics): सही मॉडिफिकेशन आपकी कार को बहुत ज़्यादा आकर्षक बना सकते हैं। नए एलॉय व्हील्स, एक अच्छी तरह से डिजाइन किया गया बॉडी किट, या एक प्रीमियम पेंट फिनिश गाड़ी की ओवरऑल लुक (overall look) को बदल सकता है।
- फायदे: बेहतर प्रदर्शन (Enhanced Performance): कुछ तकनीकी मॉडिफिकेशन, जैसे परफॉरमेंस एयर फिल्टर, अपग्रेडेड सस्पेंशन, या बेहतर ब्रेकिंग सिस्टम, कार की हैंडलिंग, ब्रेकिंग और गति (acceleration) को बेहतर बना सकते हैं, जिससे ड्राइविंग अनुभव अधिक मजेदार और सुरक्षित हो सकता है।
- फायदे: बेहतर सुरक्षा (Improved Safety): कुछ मॉडिफिकेशन वास्तव में सुरक्षा बढ़ा सकते हैं। उदाहरण के लिए, बेहतर ग्रिप वाले टायर्स, अपग्रेडेड ब्रेक्स, या बेहतर क्वालिटी की लाइट्स रात में ड्राइविंग को सुरक्षित बना सकती हैं।
- चुनौतियां: कानूनी बाधाएं (Legal Hurdles): जैसा कि हमने ऊपर देखा, सभी मॉडिफिकेशन कानूनी नहीं हैं। नियमों का पालन न करने पर भारी जुर्माना, गाड़ी ज़ब्त होना, या बीमा क्लेम (insurance claim) में दिक्कत जैसी परेशानियाँ हो सकती हैं।
- चुनौतियां: सुरक्षा जोखिम (Safety Risks): गलत तरीके से किए गए मॉडिफिकेशन या गुणवत्ताहीन पार्ट्स का उपयोग सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। उदाहरण के लिए, गलत सस्पेंशन मॉडिफिकेशन गाड़ी को अनियंत्रित बना सकता है, या खराब क्वालिटी के ब्रेक्स फेल हो सकते हैं।
- चुनौतियां: बीमा समस्याएँ (Insurance Issues): बीमा कंपनियां आमतौर पर आपकी गाड़ी में किए गए कानूनी बदलावों को कवर करती हैं, बशर्ते आपने उन्हें सूचित किया हो। लेकिन अगर आपने अवैध मॉडिफिकेशन किए हैं और कोई दुर्घटना होती है, तो आपकी बीमा पॉलिसी रद्द हो सकती है या क्लेम अस्वीकार हो सकता है।
- चुनौतियां: रीसेल वैल्यू पर प्रभाव (Impact on Resale Value): जबकि कुछ मॉडिफिकेशन कार की वैल्यू बढ़ा सकते हैं, बहुत ज़्यादा या व्यक्तिगत पसंद के मॉडिफिकेशन (जो हर किसी को पसंद न आएँ) या अवैध मॉडिफिकेशन वास्तव में कार की रीसेल वैल्यू (resale value) को कम कर सकते हैं।
- चुनौतियां: वारंटी रद्द होना (Warranty Void): कुछ मॉडिफिकेशन, खासकर इंजन या इलेक्ट्रिकल सिस्टम से जुड़े, आपकी कार की निर्माता वारंटी (manufacturer warranty) को रद्द कर सकते हैं।
कानूनी मॉडिफिकेशन की प्रक्रिया
यदि आप अपनी कार में कोई ऐसा बदलाव कराना चाहते हैं जिसके लिए RTO की अनुमति आवश्यक है, जैसे रंग बदलना या अनुमोदित इंजन स्वैप, तो इसकी एक प्रक्रिया होती है:
- RTO से संपर्क करें: सबसे पहले अपने स्थानीय RTO से संपर्क करें और जिस मॉडिफिकेशन की आप योजना बना रहे हैं उसके लिए आवश्यक औपचारिकताओं के बारे में जानकारी लें।
- आवेदन जमा करें: निर्धारित फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज (जैसे कार के दस्तावेज, आपकी पहचान और पते का प्रमाण) जमा करें।
- इंस्पेक्शन (Inspection): कुछ मामलों में, RTO मॉडिफिकेशन से पहले या बाद में आपकी गाड़ी का इंस्पेक्शन कर सकता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह सुरक्षा मानकों को पूरा करती है।
- अनुमोदन प्राप्त करें: यदि RTO संतुष्ट है कि मॉडिफिकेशन कानूनी है और सुरक्षा मानकों का पालन करता है, तो वे इसे अनुमोदित कर देंगे।
- RC में अपडेट करें: अनुमोदन के बाद, आपको अपने रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) में बदलावों को अपडेट करवाना होगा। यह सुनिश्चित करता है कि कानूनी रूप से आपकी कार के नए स्पेसिफिकेशन्स दर्ज हो गए हैं।
यह प्रक्रिया थोड़ी लंबी और थकाने वाली हो सकती है, लेकिन कानूनी पचड़ों से बचने का यही एकमात्र सही तरीका है।
अवैध मॉडिफिकेशन के परिणाम
अवैध मॉडिफिकेशन करवाने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं:
- जुर्माना (Fines): ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police) या परिवहन विभाग द्वारा चेकिंग के दौरान आपकी कार में अवैध मॉडिफिकेशन पाए जाने पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है। जुर्माने की राशि अलग-अलग राज्यों में भिन्न हो सकती है।
- गाड़ी ज़ब्त (Vehicle Impoundment): गंभीर मामलों में, खासकर यदि मॉडिफिकेशन सुरक्षा के लिए खतरा हैं या पूरी तरह से अवैध हैं (जैसे संरचनात्मक बदलाव), तो आपकी गाड़ी को ज़ब्त किया जा सकता है।
- बीमा क्लेम की अस्वीकृति (Insurance Claim Rejection): यदि आप दुर्घटना का शिकार होते हैं और आपकी कार में अवैध मॉडिफिकेशन हैं, तो आपकी बीमा कंपनी क्लेम देने से मना कर सकती है।
- कानूनी कार्यवाही (Legal Proceedings): बहुत गंभीर उल्लंघनों के लिए कानूनी कार्यवाही का सामना भी करना पड़ सकता है।
- फिटनेस सर्टिफिकेट में समस्या (Issue with Fitness Certificate): वाहन के फिटनेस सर्टिफिकेट (Fitness Certificate) को नवीनीकृत (renew) करवाते समय अवैध मॉडिफिकेशन एक बाधा बन सकते हैं। RTO फिटनेस टेस्ट के दौरान ऐसे वाहनों को अस्वीकार कर सकता है।
इसलिए, किसी भी मॉडिफिकेशन को करवाने से पहले उसके कानूनी पहलुओं को अच्छी तरह समझ लेना बहुत ज़रूरी है।
वर्तमान स्थिति और भविष्य
भारत में कार मॉडिफिकेशन की कानूनी स्थिति सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद काफी हद तक स्पष्ट हो गई है। हालांकि, ज़मीनी स्तर पर प्रवर्तन (enforcement) में अभी भी कुछ विविधता देखी जा सकती है। छोटे शहरों या ग्रामीण इलाकों में नियमों का पालन थोड़ा कम सख्ती से हो सकता है, जबकि बड़े शहरों में ज़्यादा सख्ती बरती जाती है।
भविष्य में, उम्मीद है कि तकनीकी प्रगति और stricter safety and emission norms के साथ, मॉडिफिकेशन के नियम और भी स्पष्ट और संभवतः strict हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, भविष्य में शायद परफॉरमेंस मॉडिफिकेशन के लिए विशेष अनुमोदन प्रक्रियाएं या तकनीकी टेस्ट अनिवार्य हो जाएं। इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) के बढ़ते चलन के साथ, इन वाहनों के मॉडिफिकेशन के लिए भी नए नियम बनाने की ज़रूरत पड़ सकती है। 2025 से 2030 तक, हम शायद ज़्यादा smart enforcement तकनीकें (जैसे ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) भी देख सकते हैं जो अवैध मॉडिफिकेशन वाले वाहनों की पहचान करने में मदद करेंगी। सुरक्षा और पर्यावरण अनुपालन (environmental compliance) हमेशा सरकार की प्राथमिकता रहेगी।
प्रैक्टिकल सुझाव
यदि आप अपनी कार को मॉडिफाई करने की सोच रहे हैं, तो यहाँ कुछ व्यावहारिक सुझाव दिए गए हैं:
- नियमों को जानें: अपने राज्य के RTO के नियमों और मोटर वाहन अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों की अच्छी तरह जांच करें। यदि संदेह हो, तो सीधे RTO से पूछें या किसी कानूनी विशेषज्ञ से सलाह लें।
- सुरक्षा पहले: कोई भी मॉडिफिकेशन करवाते समय सुरक्षा से समझौता न करें। सस्ते और गुणवत्ताहीन पार्ट्स से बचें। ऐसे बदलाव न करें जो कार की मूल सुरक्षा संरचना या उपकरणों (जैसे ब्रेक्स, एयरबैग्स, सस्पेंशन) को नकारात्मक रूप से प्रभावित करें।
- पेशेवर से करवाएं: मॉडिफिकेशन हमेशा किसी प्रतिष्ठित और अनुभवी वर्कशॉप या मैकेनिक से ही करवाएं। उन्हें नियमों की जानकारी होनी चाहिए और वे सही तरीके से काम करने में सक्षम हों।
- दस्तावेज संभाल कर रखें: यदि आप कोई कानूनी मॉडिफिकेशन करवाते हैं (जैसे रंग बदलना और RC में अपडेट करवाना), तो RTO से मिले सभी दस्तावेज और बिल संभाल कर रखें। यह भविष्य में किसी भी कानूनी समस्या से बचने में मदद करेगा।
- इंस्युरेन्स कंपनी को सूचित करें: कोई भी बड़ा मॉडिफिकेशन करवाने से पहले अपनी बीमा कंपनी को सूचित करें। वे आपको बताएंगे कि क्या यह मॉडिफिकेशन उनकी पॉलिसी के तहत स्वीकार्य है और क्या इससे आपके प्रीमियम पर कोई फर्क पड़ेगा।
- अवैध मॉडिफिकेशन से बचें: लालच में आकर या दोस्तों को देखकर अवैध मॉडिफिकेशन न करवाएं। इनके परिणाम महंगे और खतरनाक हो सकते हैं। ज़ोरदार एक्सॉस्ट या बहुत ज़्यादा टिंटेड ग्लास जैसे बदलाव क्षणिक आकर्षण दे सकते हैं, लेकिन इनसे कानूनी पचड़े बहुत ज़्यादा हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
- क्या मैं अपनी कार का रंग बदल सकता हूँ? हाँ, आप अपनी कार का रंग बदल सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको अपने क्षेत्र के RTO को सूचित करना होगा और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) में इसे अपडेट करवाना अनिवार्य है।
- क्या मैं अपनी कार में CNG किट लगवा सकता हूँ? हाँ, आप अपनी पेट्रोल कार में CNG किट लगवा सकते हैं, बशर्ते किट अप्रूव्ड हो और इंस्टॉलेशन सर्टिफाइड डीलर से करवाया गया हो। इंस्टॉलेशन के बाद आपको इसे RTO में RC पर एंडोर्स करवाना होगा।
- क्या बड़े साइज़ के एलॉय व्हील्स लगाना कानूनी है? नहीं, बहुत बड़े या निर्माता द्वारा सुझाए गए साइज़ से काफी अलग साइज़ के एलॉय व्हील्स लगाना अवैध हो सकता है क्योंकि ये सस्पेंशन और हैंडलिंग को प्रभावित करते हैं और सुरक्षा मानकों का उल्लंघन कर सकते हैं। व्हील्स का साइज़ अनुमत सीमा के भीतर ही होना चाहिए।
- क्या मैं अपनी कार में बॉडी किट लगवा सकता हूँ? हल्के-फुल्के बॉडी किट्स जो कार की मूल संरचना को नहीं बदलते या सुरक्षा को प्रभावित नहीं करते, आमतौर पर स्वीकार्य हो सकते हैं। लेकिन ज़्यादा आक्रामक या संरचनात्मक बदलाव वाले किट्स अवैध हो सकते हैं।
- क्या परफॉरमेंस एग्जॉस्ट लगाना कानूनी है? ज़्यादातर परफॉरमेंस एग्जॉस्ट जो मूल एग्जॉस्ट से ज़्यादा शोर पैदा करते हैं, अवैध हैं क्योंकि वे निर्धारित ध्वनि प्रदूषण सीमाओं का उल्लंघन करते हैं।
निष्कर्ष
कार मॉडिफिकेशन एक रोमांचक तरीका हो सकता है अपनी गाड़ी को एक नया रूप देने या उसके प्रदर्शन को बेहतर बनाने का, लेकिन यह तभी संभव है जब आप देश/राज्य के कानूनों और सुरक्षा मानकों का पूरी तरह से पालन करें। माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि गाड़ी के मूल स्पेसिफिकेशन्स में बड़े बदलाव RTO की अनुमति के बिना अवैध हैं।
सुरक्षा हमेशा सबसे पहले आनी चाहिए। कोई भी मॉडिफिकेशन करवाते समय, सुनिश्चित करें कि यह न केवल कानूनी हो, बल्कि आपकी और सड़क पर मौजूद दूसरों की सुरक्षा को भी बढ़ाए, न कि कम करे। नियमों का पालन करना, सही जानकारी प्राप्त करना, और पेशेवर मदद लेना ही सुरक्षित और कानूनी तरीके से अपनी कार को मॉडिफाई करने का तरीका है। अपनी कार को संशोधित करते समय, हमेशा सुरक्षा नियमों का पालन करें और उचित कानूनी मार्गदर्शन लें।
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